Fascination About kismat ka upay

कुंडली में मज़बूत बुध से मिलने वाला फल 

दसवें भाग में गुरु का होना लाल किताब के अनुसार सबसे खराब माना जाता है। इससे पूर्व जन्मों और पितृदोष का पता चलता है। यदि गुरु दसवें भाव में नीच का हो रहा है, तो शनि का उपाय करना होगा। दसवें भाव के लिए घर से पूजाघर हटा दें और शराब को छुएं भी नहीं। कोई भी काम शुरू करने से पहले अपनी नाक साफ करें। माथे पर केसरिया तिलक लगाते रहेंगे तो भाग्य जाग जाएगा। इसके अलावा यदि आपका घर उत्तर दिशा में है तो गुरु का बल बढ़ेगा।

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* कर्क राशि के जातक अपनी माता का जीवन पर्यन्त आदर करें उनकी सलाह का अवश्य पालन करें । अपनी माता से चांदी, चावल लेकर अपने पास रखें और नित्य माँ भगवती दुर्गा की आराधना करें। धार्मिक कार्यों में सक्रीय रूप से हिस्स लें।

एक उपाय के दौरान दूसरे उपाय का कोई सामान भी घर में न रखें !

३. यदि किसी को टायफाईड हो गया हो तो उसे प्रतिदिन एक नारियल पानी पिलायें ! कुछ ही दिनों में आराम हो जायगा !

गुरु यदि आठवें भाव में है तो लाल किताब के अनुसार इसे श्मशान में बैठा साधु कहा गया है। यदि दूसरे भाव में गुरु के सहयोगी ग्रह हैं, तो लाभ होगा। नहीं है तो सोना पहनने से जल्दी लाभ मिलता है। दूसरा यह कि रोज हनुमान चालीसा पढ़ेंगे, श्मशान में पीपल का पेड़ लगाएंगे और राहु का उपाय करेंगे तो भाग्य जाग जाएगा।

नंगे पैर धर्म स्थान में जाएं। यदि प्याऊ लगायें लोगो के लिए पीने के पानी का प्रबंध करें तो बहुत उत्तम है।

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बुध ग्रह को वैदिक ज्योतिष के अनुसार ग्रहो का राजकुमार माना जाता है और बुध ग्रह के मजबूत होने से यह ग्रह व्यक्ति को चमत्कारी फल देने में विशेष योगदान देता है। ऐसे में ज़रूरी होता है कि बुध ग्रह व्यक्ति की कुंडली में मज़बूत स्थिति में हो अन्यथा जातक को शारीरिक और मानसिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है, चीज़ों को समझने में दिक्कतें उठानी पड़ती है, कारोबार में हानि होती है और जीवन में दरिद्रता भी आने लगती है।

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